रिक्शावाला- छंदमुक्त कविता
चित्र गूगल से साभाररिक्शावाला.....राह को स्वेद से सींचता हुआ रिक्शे को दम से खींचता हुआ बाहों पर उभरी नसें लिये वह कृशकाय, वृद्धावस्था में रिक्शे को लिए जा रहा है आसमान में धूप चढ़ी है सवारी को तिरपाल...
View Articleताटंक छंद में दिनकर
ताटंक छंद में दिनकरपूर्व दिशा से लाल चुनरिया, ओढ़ धरा पर आते हैं | ज्योति-पुँज हाथों में लेकर, शनै-शनै बिखराते हैं || सफर हमारा चले निरंतर, घूम-घूम बतलाते हैं | अग्नि-कलश माथे पर धरकर, हम दिनकर कहलाते...
View Articleमहँगा कचरा - लघुकथा
महँगा कचरा “दादी, सब कहते हैं कि हम मनुष्यों ने पर्यावरण का बहुत नुकसान किया है| पर मुझे तो ऐसा कुछ नहीं दिखता, आपको दिखता है क्या? ,” रेस्तरां में बैठे दस वर्षीय पीयूष ने बर्गर खाते हुए सवाल किया|...
View Articleवेद में ही है छुपी पहचान भारत की - गीतिका
विधा:-गीतिका आधार छंद-रजनी मापनी- २१२२ २१२२ २१२२ २ ======================= फूल है अपनी जगह खुशबू रुहानी है | झूमती गाती हवा लाती रवानी है |१| मौत के डर से न जीना छोड़ना साथी प्राण का तन से मिलन जीवन...
View Articleरागिनी में राग की झंकार को देखो - गीतिका
गीतिकाआधार छन्द - रजनी (मापनीयुक्त मात्रिक) मापनी - गालगागा गालगागा गालगागा गा 2122 2122 2122 2 समान्त - आर, पदान्त - को देखो लिख रहे जो गीतिका उस सार को देखो लेखनी से उठ रहे उद्गार को देखो हो रहे...
View Articleकोरोना पर कविता
गीतिका ...समसामयिकमोह बढ़े जब-जब धन से तब, ईश्वर ही सिखलायेगा | अपना घर अपना रिश्ता ही, काम हमेशा आयेगा ||१|| जन्मभूमि से अपनापन ही, गाँव सभी को ले आया | ‘कोविड के कारण लौटे थे’, इतिहास यही...
View Articleइस जगत को सार दे दो-गीत
हे विनायक एकदंता ! इस जगत को सार दे दो || क्यों भरा हिय में हलाहल, क्यों दिखे बिखरे कपट छल| सोच में संस्कार दे दो, सतयुगी अवतार दे दो || हे गजानन बुद्धिदाता ! ज्ञान का विस्तार दे दो || इस जगत को सार दे...
View Articleमाँ शारदे ! घर में पधारो-गीत
ऋतुराज की आहट हुई है, माघ का विस्तार है| माँ शारदे ! घर में पधारो, पंचमी त्योहार है||१|| * है राह भीषण ज़िन्दगी की, पग कहाँ पर हम धरें| मझधार में नौका फँसी है, पार कैसे हम करें || तूफ़ान में पर्वत बनें...
View Articleख्वाबों के मोती चुन चुन कर, तोरण एक बनाना प्रियवर-गीत
*अँधियारी रातों का साथी,बनकर साथ निभाना प्रियवर।रोज नए दीपों की माला, राहों पर धर जाना प्रियवर।अँधियारी रातों का साथी, बनकर साथ निभाना प्रियवर।।जिनके दृग की ज्योति छिन गईमन उनका रौशन कर देना।रंगोली जिस...
View Articleगीतिका -वाचिक भुजंगी
छंद- शक्ति /वाचिक भुजंगी 122 122 122 12****************************जिसे चाहिये जो दिया है सदामिला है हमें जो लिया है सदान रखते शिकायत न शिकवा कभीसुधा संग विष भी पिया है सदालुभाते नहीं रूप दौलत कभीहृदय...
View Articleदुनिया तो रैन बसेरा है-गीत
क्या तेरा है क्या मेरा हैदुनिया तो रैन बसेरा हैक्या तेरा है क्या मेरा है|यह घर कुछ दिन का डेरा है|साथ चलेंगे कर्म हमारे,यह पाप-पुण्य का फेरा है||मानवता का साथी बनकर,मिल जाता नया सवेरा है |दुनिया तो रैन...
View Articleमन पाखी पिंजर छोड़ चला-गीत
मन पाखी पिंजर छोड़ चलामन पाखी पिंजर छोड़ चला।तन से भी रिश्ता तोड़ चला ।।जीवन की पटरी टूट गयी ।माया की गठरी छूट गयी ।अब रहा न कोई साथी है,मंजिल पर मटकी फूट गयी।।निष्ठुरता से मुँह मोड़ चला ।मन पाखी पिंजर छोड़...
View Articleहे! अम्बिके जगदम्बिके तुम, विश्व पालनहार हो-गीत
(हे! अम्बिके जगदम्बिके तुम, विश्व पालनहार हो।)हे! अम्बिके जगदम्बिके तुम, विश्व पालनहार हो।आद्या जया दुर्गा स्वरूपा, शक्ति का आधार हो।*शिव की प्रिया नारायणी, हे!, ताप हर कात्यायिनी।तम की घनेरी रैन बीते,...
View Articleऐ हवा ये तो बता तू अब किधर को जा रही है-गीत
खुशबुओं की पालकी से शुभ्रता को पा रही है।पुष्प का उपहार पाकर तू बहुत इतरा रही है।ऐ हवा ये तो बता तू अब किधर को जा रही है।।चाहते जिसको सभी वह रूप तेरा है बसंती,झूमती हर इक कली का है बना अनुबंध...
View Articleआत्महत्या लाँग ड्राइव नहीं कि सोचा और निकल लिये
आत्महत्या...क्या स्वयं को खत्म कर लेने वाला ही जिम्मेवार या कोई और भी है जिम्मेवार?आत्महत्या को कायरता कहकर आत्महत्या के कारणों को नज़रअंदाज कर देना बड़ी भूल है| एक होती है शरीर की हत्या जिसके लिए...
View Articleएकमेव सूर्य...पितृ दिवस...योग दिवस...सूर्य ग्रहण...रविवार
वह सिर्फ एक ही हैं जिनमें सभी दिवस समाहित हो रहे...सभी दिवसों के लिए एकमेव शुभकामनाएँ 💐💐💐💐💐आज पितृदिवस है....सूर्य से बड़ा पिता कौनआज योग दिवस है.... सूर्य नमस्कार से बड़ा योग कौनआज सूर्यग्रहण है...इसे...
View Articleशिव करते उपकार सभी पर - गीत
शंकर जी की नगरी आकर, बम लहरी से दिल डोला है | शिव करते उपकार सभी पर, मन उनका बिल्कुल भोला है || निकल जटा से शिव की गंगा, करने आतीं सबको पावन | हर हर गंगे के नारों से , गूँज उठा है फिर से सावन ||...
View Article#Independence Day 20 #National Anthem #स्वतंत्रता दिवस #जन गण मन
आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई|झंडा ऊँचा रहे हमारा...विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
View Articleआज बधइयाँ बजाओ सखी
आज बधइयाँ बजाओ सखी,कान्हा जी घर आये हैं।।हर्षित हैं वसुदेव देवकी,मधुसूदन मुस्काये हैं।।मुदित हुईं यमुना पग छू कर,गोकुल जाते गोपाला।।वहाँ मिलेंगी मात यशोदाप्रभु बनेंगे नन्दलाला।।तोरण द्वारे लगाओ...
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