यह है मौज मनाने का दिन
खेलने हँसने गाने का दिन
छुपा छुपाई दिन भर खेलें
सोमवार को हिन्दी पढ़ लें
मंगल की है बात निराली
गेंदा फूले डाली डाली डाली
बुधवार ने बिगुल बजाया
बच्चों ने फिर चित्र बनाया
गुरुवार को इंग्लिश पढ़ लो
फिर माटी से मूरत गढ़ लो
शुक्रवार को गणित है भाया
गिनती ने है शोर मचाया
शनिवार को शॉपिंग कर लो
मनचाहा डलिया में भर लो
रविवार है सोने का दिन
यह है मौज मनाने का दिन|
.........ऋता शेखर 'मधु'