आसमाँ में चाँद ढाला कौन है
राह में दीपक जलाया कौन है
जिंदगी के पास अपना कौन है
बेसहारों का सहारा कौन है
जा छुपी है बादलों में चाँदनी
जा छुपी है बादलों में चाँदनी
इस कदर उसको डराया कौन है
उस किनारे एक साया है खड़ा
पूछने को हाल जाता कौन है
बतकही में आज माहिर हैं सभी
अब जहाँ में चुप से सहता कौन है
झूठ में लिपटे हुए किरदार सब
उस किनारे एक साया है खड़ा
पूछने को हाल जाता कौन है
बतकही में आज माहिर हैं सभी
अब जहाँ में चुप से सहता कौन है
झूठ में लिपटे हुए किरदार सब
आइना सच का दिखाया कौन है
है पड़ी अपनी सभी को आज ‘मधु’
अब यहाँ रिश्ते निभाता कौन है
मान लेते हैं सभी की बात को
हम बुरे ठहरे तो अच्छा कौन है
-ऋता शेखर ‘मधु’
है पड़ी अपनी सभी को आज ‘मधु’
अब यहाँ रिश्ते निभाता कौन है
मान लेते हैं सभी की बात को
हम बुरे ठहरे तो अच्छा कौन है
-ऋता शेखर ‘मधु’
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